Saturday 5 March 2011

अव्यवस्थित स्नेह ....



पवन की पालकी पर सवार हो
पुलकित स्नेह का
नैसर्गिक सौंदर्य
निचोड़  देती हूँ अक्सर
बादलों की मुट्ठियों से
तुम तक पहुँचती तो होंगी
ये खुशबूदार बरसातें!


जिक्र तो किया था तुमने भी
रेशमी एहसासों का 
उपवन के  पहले गुलाब की खुशबू का 
बादलों के बीच मुकाम  का
बंद मुट्ठी  से निकली दुआ का 
और फिर ठिठक कर कहा ...जाने वो क्या था


तुम्हारे विचारों के झुरमुट से 
उन्नयन करता कड़वापन
इंगित कर देता है
संदेह की दस विमायें


ऐसा तो नहीं
मेरे स्नेह पुष्प चले गए हों
किसी अगत्यात्मक देश
बन कपूर की गोटी
शायद  घुल गए हों !


मत रखो आक्रोश
नहीं जंचता क्षोभ तुम पर
बाँट लो स्मृतियाँ
अव्यवस्थित कर दो स्नेहिल शब्द 
चटका दो पगे प्रेम का घड़ा

निः संकोच, संभव हो यथा 
बुहार दो अवशेष नेह के   
इतिवृत्तों को पोंछ दो
खींच दो हाशिये की  नदी
गढ़ों प्रेम के नए सोपान


संभवतः  
उस प्रणय  सरिता में
स्वायत्त प्रशमन करते 
तुम्हारे संदेहात्मक शब्द 
मोक्ष पाएं ...

10 comments:

  1. तुम्हारे स्नेह पुष्प, वो रेशमी एहसास,
    वो गुलाब की महक और चंद पलों का साथ.
    लगता है जैसे हो गयी हो मुलाकात
    किसी स्वर्ग से उतरी अप्सरा से.
    क्योंकि तुमसे बतियाना..
    जैसे किसी मरुस्थल का एकाएक हरा भरा हो जाना...
    जाने वो क्या था..., नहीं, जाने वो कौन था,
    जो नहीं कर पाया अनुभव
    उस स्नेहिल स्पर्श का,
    हो सकता है क़ि
    अभिव्यक्त करने में हो कोई झिझक
    लेकिन बोलते हैं दिल धडकनों क़ि आवाज़ में
    जिन्हें सुन और समझ पाते हैं
    सिर्फ वो जिनके तार जुड़े होते हैं
    किन्ही पूर्व जन्मों के संबंधों से
    या फिर जिन्हें गुंथा गया हो स्वर्ग में
    नहीं शोभा देते आक्रोश और क्षोभ जैसे शब्द
    आपके अधरों पर
    क्योंकि उनसे सिर्फ फूटते हैं प्रेम के बोल
    और बहती है स्नेह क़ी सरस्वती
    प्रेम और भावनाओं क़ी भागीरथी
    इसलिए अभी मत कहो मोक्ष क़ी बात
    बाकी पड़ी है सारी रात.

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  4. शुभागमन...!
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  5. शुभकामनाएँ...

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  6. मनमोहक ब्लॉग तथा भावों और अहसासों की प्रशंसनीय प्रस्तुति - हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं

    "मुट्ठी भर ईमानदार पत्रकारों की बदौलत सच्चाई को बचते देखा है.." ये शब्द मेरे लिए बहुत मायने रखते हैं

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  7. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  8. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  9. Bahut sunder rachna .... Behtreen shabdik alankaran....

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